✍ --प्रियंका सौरभ (भारत में घरेलू श्रम के सवाल पर एक महत्वपूर्ण अभियान चल रहा है। ये मुख्य रूप से महिलाएं हैं जो 'महिलाओं के काम'...
देश का मेहनतकश, सच्चा किसान कभी जयचंद नहीं हो सकता
✍ - डॉo सत्यवान सौरभ फोटो सौजन्य पीटीआई ( किसान आंदोलन और लाल किले पर ऐसे खालिस्तानी झंडा फहराना भारत की प्रभुसत्ता को ललकारना है. यह बात ...
भारत का संविधान सबको सामान अधिकार देता है
(72वें गणतंत्र दिवस पर विशेष आलेख) - ब्रह्मानंद राजपूत गणतंत्र दिवस हर वर्ष जनवरी महीने की 26 तारीख को पूरे देश में देश प्रेम की भावना स...
भारत का संविधान सबको सामान अधिकार देता है
- अरुण तिवारी आज़ादी से पहले भारत में राजतांत्रिक व्यवस्था थी। राजा थे और प्रजा थी। राजतंत्र बुरा होता है, गणतांत्रिक व्यवस्था सर्वश्रेष्ठ। य...
नए अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए भारत है सफलता की कहानी
- डॉo सत्यवान सौरभ ( जो बेडेन के सामने बराक ओबामा की बजाय चुनौतियां बहुत कम है. पिछले चार साल की कमियों को पूरा करना ही उनका लक्ष्य हो...
दरकता अमेरिकी लोकतंत्र और भारत की उम्मीदें
✍ --प्रियंका सौरभ ( भविष्य में भारत- अमेरिका संबंध बिडेन प्रशासन के तहत कैसे रहेंगे ये अभी भविष्य के गर्त में है.भारत को संवेदनशील मुद्दों...
अधिसंख्य किसान तो खड़ी फसल बेचने को ही मजबूर हैं
-रंजन कुमार सिंह कृषि कानूनों को लेकर माहौल गरम है। लंबे समय से किसान दिल्ली को घेरे बैठे हैं और दिल्ली उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। मै...