जब मैं घर से ऑफ़िस के लिए निकलता हूं तो, रास्ते में मोड़ पर एक बरगद का पेड़ पड़ता हैं, लगता है बरगद का पेड़ कहता हैं मुझसे कुछ, बरगद के पेड़ जैसे...
भाई को भाई का दुश्मन बनाती हरियाणा सरकार
(ये अंक उन बच्चों को नहीं मिलेंगे जिस घर में पति-पत्नी, भाई, बहन, सास-ससुर या परिवार में कोई भी नौकरी पर हो. क्या ये भाई की नौकरी से दूसरे...
2021 में किताबें पढ़ी ही नही सुनी भी गयी
2021 के अब बस जाने को है ,यह वर्ष भी हम सभी के लिए काफी खलबली का ही रहा है लॉकडाउन और महामारी का साया बना रहा. साहित्य के नजरिये से देख...
भौतिक उमंग या सत्संग
स्ंसार के सृजनकर्ता के दोनों हाथों की मुट्ठियों में उमंग ही उमंग है, उसकी एक हाथ की मुट्ठी में भौतिक सुख की उमंगता तथा दूसरे हाथ की मुट्ठी म...
धर्म एवं संस्कृति के लोप से हो रहा समाज का विनाश
'धार्यते इति धर्म:’ अर्थात जो धारण किया जाए वही धर्म है। मनुष्य जन्म का उद्देश्य होता है मुक्ति। मुक्ति के मार्ग की यात्रा के लिए मनुष्य...
भव्यता के साथ मनाया गया डॉ. मिथिलेश दीक्षित का हीरक जयंती समारोह
शिकोहाबाद (सांस्कृतिक संवाददाता)। स्वदेशी समाज सेवा समिति के तत्वावधान में वरिष्ठ साहित्यकार एवं साहित्य भूषण स्वदेशी सेवा समाज समिति की संर...
हीरक प्रसंग के रूप में मनाया गया डॉ. मिथिलेश दीक्षित का हीरक जयंती समारोह
इंदौर ( 11 दिसंबर) । वरिष्ठ साहित्यकार और साहित्य भूषण डाॅक्टर मिथिलेश दीक्षित के जीवन के 75 वसंत पूरे होने के उपलक्ष्य में एक गरिमामय समारो...
इहे सवनवा में....
ज्येष्ठ-आषाढ़ के तपिस दिवस और उमस भरी रात्रि की बेचैनी के उपरांत श्रावणी शीतल फुहार से सम्पूर्ण वातावरण ही जलयुक्त कीचड़ की सोंधी सड़ाइन महक ...
साहस और शौर्य की प्रतीक हैं 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नायिका वीरांगना अवंतीबाई लोधी
-ब्रह्मानंद राजपूत (190वीं जन्म-जयंती 16 अगस्त 2021 पर विशेष आलेख) आज भी भारत की पवित्...
किस्सा किस्सा लखनउवा अब स्टोरीटेल पर
- संतोष कुमार · कहानियां और जिक्र नवाबों के नहीं, बल्कि लखनऊ और वहां के स्थानीय लोगों के हैं। · ऑडियोबुक के लेखक और कथाकार...
फिल्म असुरन, कर्णन और अब सरपट्टा... तमिल इंडस्ट्री जिंदाबाद
(फिल्म समीक्षा) -रवि सम्बरवाल कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र "फिल्म लगान में दलित लड़के को एक कचरे की तरह अधनंगा सा दिखाना और...
लोकमन के प्रतिबद्ध गीतकार हृदयेश्वर
-डॉ. रवीन्द्र प्रभात ए क ऐसा सुमधुर गीतकार जिनके गीतों-गज़लों में जहां शब्दों के बजने की ध्वनि सुनाई देती है, वहीं मुहावरे व लोकोक्तियों की ...