डॉ राजेश श्रीवास्तव निदेशक रामायण केन्द्र =================== हे राम! महात्मा गांधी के बारे में सोचते हुए विचार आया। बा को गुजराती गिरधर...
मलिक मुहम्मद जायसी का "पद्मावत"
भक्तिकाल के मुस्लिम कवि (तृतीय किश्त) - रामबाबू नीरव पूर्व के आख्यानों में हमलोग मलिक मुहम्मद जायसी के जीवन की कथा को जान चुके हैं. अब आ...
मलिक मोहम्मद जायसी और उनकी साहित्य साधना
भक्तिकाल के मुस्लिम कवि (द्वितीय किश्त) -रामबाबू नीरव जायस के लोगों की मान्यता के अनुसार मलिक मुहम्मद जायसी को एक ही पुत्र था और वे अपने पु...
पद्मावत के रचयिता : मलिक मुहम्मद जायसी
भक्तिकाल के मुस्लिम (प्रथम किश्त) - रामबाबू नीरव "कहा मानसर चहा सो पाई। पारस रूप इंह लगी आयी।। भा निरभर तेन्ह पायब पर से। पावा रूप ...
टोक्यो में परिकल्पना की रजत जयंती यात्रा समारोह संपन्न
टोक्यो: 23 सितम्बर 2024 (सांस्कृतिक संवाददाता की रिपोर्ट) दिन के पूर्वार्द्ध में हिन्दी के अन्तर्राष्ट्रीय साहित्य सम्मेलन व सम्मान समारोह क...
कवि आलम शेख की तथा शाह आलम की वास्तविकता
भक्तिकाल के मुस्लिम (दूसरी किश्त) - रामबाबू नीरव कवि आलम शेख तथा बादशाह औरंगजेब के द्वितीय पुत्र मुआज्जम (कहीं कहीं मुअज्ज़म) को लेकर कई ...
कवि आलम शेख की कहानी
भक्तिकाल के मुस्लिम कवि (प्रथम किश्त) -रामबाबू नीरव ब्रजभाषा के सर्वमान्य कवियों के रूप में अपने ग्रंथ "काव्य निर्णय" में भिखा...