इहे सवनवा में....
ज्येष्ठ-आषाढ़ के तपिस दिवस और उमस भरी रात्रि की बेचैनी के उपरांत श्रावणी शीतल फुहार से सम्पूर्ण वातावरण ही जलयुक्त कीचड़ की सोंधी सड़ाइन महक ...
ज्येष्ठ-आषाढ़ के तपिस दिवस और उमस भरी रात्रि की बेचैनी के उपरांत श्रावणी शीतल फुहार से सम्पूर्ण वातावरण ही जलयुक्त कीचड़ की सोंधी सड़ाइन महक ...
-ब्रह्मानंद राजपूत (190वीं जन्म-जयंती 16 अगस्त 2021 पर विशेष आलेख) आज भी भारत की पवित्...