इंदौर ( 11 दिसंबर) । वरिष्ठ साहित्यकार और साहित्य भूषण डाॅक्टर मिथिलेश दीक्षित के जीवन के 75 वसंत पूरे होने के उपलक्ष्य में एक गरिमामय समारोह इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित हुआ जिसे हीरक प्रसंग नाम दिया गया। 

इस समारोह में साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में बरसों से महती योगदान दे रहीं आठ विदुषियों को सम्मानित किया गया।साथ ही साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए दो वरिष्ठ साहित्यकार का अभिनंदन हुआ। साहित्य और पत्रकारिता में नवाचार विषय पर विद्वान वक्ताओं ने अपने विचार साझा किये।

मुख्य अतिथि प्रोफेसर संजय द्विवेदी ( महानिदेशक,भारतीय जनसंचार संस्थान, सूचना प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली) थे। अध्यक्षता श्रीमती सपना शिवाले सोलंकी ( संयुक्त आयुक्त, इंदौर संभाग ) ने की। बतौर विशेष अतिथि श्री जयंत भिसे ( निदेशक, उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत अकादमी, मध्यप्रदेश) की मौजूदगी थी।

   साहित्य में विशेष योगदान के लिए श्री हरे राम बाजपेई (अध्यक्ष, हिंदी परिवार) और श्रीमती सुषमा दुबे जी ( अध्यक्ष, विचार प्रवाह साहित्य मंच ) का अभिनंदन किया गया। श्री वाजपेयी  जीवन के 75 वर्ष पूर्ण कर चुके हैं और साहित्य साधना करते हुए उन्हें 50 से भी ज्यादा वर्ष हो गये हैं। वहीं श्रीमती दुबे के जीवन के 50 वर्ष पूरे हुए हैं और  करीब 25  वर्ष से वह साहित्य और लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं। 

शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए डाॅक्टर वंदना अग्निहोत्री, प्रोफेसर संगीता सिंघानिया भरुका, श्रीमती सीमा व्यास, श्रीमती  यशोधरा भटनागर, श्रीमती अर्चना मंडलोई, श्रीमती माधुरी व्यास, डाॅक्टर  सोनाली सिंह नरगुंडे और डाॅक्टर रचना बजाज को सम्मानित किया गया। डाॅक्टर बजाज को छोड़कर बाकी सभी विदुषी सम्मान ग्रहण करने के लिए समारोह में मौजूद थीं।

इस अवसर पर प्रोफेसर द्विवेदी ने कहा कि साहित्य और पत्रकारिता जगत के बीच जैसा घनिष्ठ संबंध व तालमेल पहले हुआ करता था वैसा फिर से स्थापित करने की आज आवश्यकता है। स्वागत भाषण इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री अरविन्द तिवारी ने दिया। आभार उपाध्यक्ष श्री प्रदीप जोशी ने माना। 

इंदौर प्रेस क्लब और वरिष्ठ शिक्षक और लेखक डाॅक्टर एस.एन. तिवारी स्मृति समिति, इंदौर ने मिलकर यह आयोजन किया। विचार प्रवाह साहित्य मंच, इंदौर का इसमें सहयोग रहा। साहित्य, शिक्षा और पत्रकारिता जगत के अनेक जान-पहचाने लोगों की मौजूदगी समारोह में बतौर श्रोता रही।

अंजू श्रीवास्तव निगम नई दिल्ली द्वारा मिथिलेश जी शिष्यवृंद की ओर से जो शुभकामना संदेश इस आयोजन के लिए भेजा गया था उसका वाचन श्री मुकेश तिवारी ने किया।

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