गाजियाबाद
।शनिवार को गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा, के शिक्षा एवम प्रशिक्षण विभाग में शिक्षण प्रक्रिया में कठपुतली के प्रयोग से संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य  भावी शिक्षकों को अपने शिक्षण को रोचक एवं प्रभावपूर्ण बनाने हेतु कठपुतलियों का निर्माण एवं प्रयोग करना सिखाना था।

कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती  हरीतिमा दीक्षित ,असिस्टेंट प्रोफेसर ,शिक्षा विभाग ,मॉडर्न कॉलेज ,ग़ाज़ियाबाद उपस्थित रहीं। स्कूल की डीन प्रो. बंदना पांडे के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का आरंभ हुआ। तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं डीन महोदया को विद्यार्थियों द्वारा निर्मित कलाकृतियां भेंट करी गईं।


डीन प्रो. बंदना पांडे ने विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कठपुतलियों का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मात्र डिग्री बांटना नहीं अपितु मनुष्य के आधारभूत गुणों का संपूर्ण विकास करना है। इसके साथ ही कार्यक्रम के सफल संयोजन हेतु विभाग की प्रवक्ता डॉ. श्रुति कंवर की सराहना करी।


विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षण प्रक्रिया में कठपुतलियों का प्रयोग विद्यार्थियों के भावनात्मक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

मुख्य अतिथि श्रीमती हरीतिमा दीक्षित ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से विद्यार्थियों को कठपुतली के महत्व एवं आवश्यकता से परिचित कराया। तत्पश्चात उन्होंने स्वयं कठपुतली का निर्माण करके दिखाया। साथ साथ विद्यार्थियों ने भी कठपुतली का निर्माण करना सीखा। कार्यक्रम के अंत में इस प्रशिक्षण को व्यावहारिक रूप देते हुए विद्यार्थियों ने स्वनिर्मित कठपुतलियों के माध्यम से विभिन्न कहानियों को आकर्षक रूप से प्रस्तुत किया।


कार्यक्रम की संयोजक डॉ. श्रुति कंवर के संबोधन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। विभाग के प्रवक्ता डॉ. विनोद कुमार शानवाल, डॉ. नीलिमा, डॉ. वैशाली आदि उपस्थित रहे।

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