लखनऊ।
लखनऊ की साहित्यिक संस्था परिकल्पना  इस बार बाकू (अजरबैजान) से अपनी 25 वीं विदेश यात्रा की शुरुआत कर रही है और इस यात्रा में डॉ अनीता श्रीवास्तव को पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए उन्हें 25,000/- नकद पुरस्कार राशि मय अंगवस्त्र,पदक, सम्मान पत्र, मेमेंटो आदि के साथ "परिकल्पना सम्मान" बाकू के एटलस सभागार में दिनांक 15 मार्च 2024 को प्रदान करने जा रही है। इस बात की पुष्टि परिकल्पना परिवार की अध्यक्ष श्रीमती माला चौबे ने प्रेस वार्ता के दौरान की। 

उन्होंने बताया कि डॉ अनीता श्रीवास्तव संस्था की स्थापना से लगातार जुड़ी रहीं हैं और संस्था के सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में सक्रिय योगदान दिया है। उनके द्वारा संपादित पत्रिका "रेवांत" हिन्दी साहित्य की उत्कृष्ट लघु पत्रिकाओं में शुमार है। परिकल्पना की पच्चीसवीं यात्रा पर इस सम्मान के साथ हम उन्हें संस्था के संरक्षक पद पर नियुक्त करते हुए गौरवान्वित महसूस करते हैं। हम उनके उज्वल भविष्य की कामना करते हैं। 

उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान हेतु 7 विशिष्ट जनों क्रमश: श्रीयुत निर्भय नारायण गुप्ता को काव्य, डॉ सत्या सिंह को हाइकु, डॉ बालकृष्ण पांडेय को समाज सेवा, श्रीमती निशा मिश्रा को खेल, श्रीमती प्रतिमा वर्मा को रंगकर्म , डॉ प्रमिला उपाध्याय को चित्रांकन एवं श्रीमती नम्रता मिश्रा को कलात्मक लेखन के लिए "परिकल्पना परिवार" द्वारा उन्हें अंगवस्त्र,पदक, सम्मान पत्र, मेमेंटो आदि के साथ "परिकल्पना रजत जयंती यात्रा सम्मान" बाकू के एटलस सभागार में दिनांक 15 मार्च 2024 को प्रदान किया जाएगा। 

परिकल्पना परिवार की रजत जयंती यात्रा की शुरुआत दिनांक 13 मार्च को बाकू (अजरबैजान) के लिए दिल्ली से होगी जिसमें दोनों देशों के सांस्कृतिक विरासत और भाषा का आदान प्रदान होगा। साथ ही हिन्दी भाषा और साहित्य का प्रसार वहां के विभिन्न हिस्सों में किया जाएगा। बीस सदस्यीय प्रधिनिधि मंडल का नेतृत्व वरिष्ठ साहित्यकार डॉ रवीन्द्र प्रभात करेंगे।

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