रामेश्वरम: बड़े पैमाने पर हथियार व गोला-बारूद बरामद किए गए
है। इस हथियारों को रामेश्वरम द्वीप पर समुद्र के किनारे छुपाया गया था।
इनको लेकर संभावना जताई जा रही है कि ये हथियार व गोलाबारूद 1980 के समय के
हैं। इन्हें लिब्रेशन टाइगर ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) ने यहां छुपाया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन हथियारों का पता तब लगा जब एंथोनियर पुराम
गांव में एक व्यक्ति सेप्टिक टैंक बनाने के लिए खुदाई कर रहा था।
खुदाई के दौरान उसे एक लोहे का बक्सा
मिला। बक्सा खोलने पर उसमें से बड़ी मात्रा में गोलियां मिलीं। इस व्यक्ति
ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। इस व्यक्ति का घर समुद्र से लगभग 50
मीटर की दूरी पर था। जानकारी मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। तत्काल
इन गोलियों को पुलिस ने कब्जे में लिया। बाद म उस जगह की और खुदाई की गयी
तो उस जगह 20 और बक्से मिले। इन सभी बक्सों में विभिन्न तरह के गोला बारूद व
हथियार थे। पुलिस टीम को इन बक्सों में बड़े पैमाने पर डेटोनेटर व विस्फोटक भी मिले।
जिले के एसपी के अनुसार बरामद हथियारों
में लाइट मशीन गन की गोलियां, मध्यम दर्जे की मशीन गन, ऑटोमैटिक राइफल सहित
कई हथियार मिले। पुलिस अधिकारियों के अनुसार रात नौ बजे तक खुदाई के दौरान
कुल 22 बक्से मिले। हर बक्से में लगभग 250 राउंड गोलियां थीं। लगभग दो दशक
से जमीन में दबे होने के चलते गोलियां व हथियार खराब हालत में थे।1980 के
दशक में लिट्टे आतंकी हथियारों की तस्करी के लिए समुद्र
के रास्ते का प्रयोग करते थे। उस दौरान रामानाथपुरम का यह इलाका लिट्टे का
गढ़ था। माना जा रहा है कि उसी दौरान लिट्टे आतंकियों ने यहां हथियार
छुपाए होंगे।
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