
प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने एक बयान में कहा, ये विमान पनडुब्बीरोधी संघर्ष तथा समुद्री हमला करने की हमारी शक्ति को मजबूती से बढ़ाएगा, इसके साथ ही इससे हमारी राहत तथ बचाव क्षमताओं में भी सुधार होगा। उन्होंने कहा, यह निवेश हमारी सीमाओं की रक्षा करेगा तथ हमारे क्षेत्र को और सुरक्षित बनाएगा।
ये अत्याधुनिक ड्रोन तथा विमान 24 घंटे तक चलने वाले किसी भी अभियान को सहयोग दे सकते हैं। इसके अलावा दो हजार नॉटिकल मील तक अपने आसपास के स्थान का 360 डिग्री तक का नजारा भेज सकते हैं। ये अत्याधुनिक प्रणाली एपी-3 सी खुफिया विमानों का स्थान लेगी।
वहीं रक्षा उद्योग मंत्री क्रिस्टोफर पाइने ने कहा, ऑस्ट्रेलिया हिंद महासागर, प्रशांत महासागर, अंटार्टिका से दक्षिण चीन सागर तक विश्व के 10 प्रतिशत क्षेत्र का हकदार है। उन्होंने कहा कि इन ड्रोन की सहायता से ऑस्ट्रेलिया के जल क्षेत्र में कौन है, दूसरे देशों के नौसैनिक पोतों तथा मानव तस्करी एवं अवैध मछली पकड़ने वालों पर नजर रखी जा सकेगी। (वार्ता)
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