प्रिय पाठकों, विज्ञापनदाताओं  एवं शुभचिंतकों,
कहा गया है, कि जीवन रूपी प्रवृत्तियों के कलश में
सामूहिकता का रंग भरना ही होली है।
रंगों का यह निश्छल त्योहार
आप व आपके परिजन की
स्वस्थ प्रवृत्तियों का शृंगार करे
आत्मिक शक्तियों का विकास करे
रखे उल्लासित, उत्साहित और प्रसन्नचित हमेशा
संचारित करे चेतना में सदिच्छा,  सद्भाव, सदाचार -
आप सभी के लिए होली मंगलमय हो।


आपका- 
रवीन्द्र प्रभात 


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